Tuesday, March 17, 2020
डाक्टर साब हजुर पनि मधेसी हो कि खुशुक्क आमा लाई सोधनु त्
जब ‘मधेसी’पहिचान नेपालके संविधानमें स्वीकार किया गया है तो २ नं
प्रदेशका नाम ‘मधेस प्रदेश’क्यों नहीं हो सकता?हमारे पूर्व माओवादी कमरेडो मातृका यादव,प्रभु साह,भरत साह कहाँ हैं?और पूर्व नयाँ शक्तिवाले मित्रों रामचन्द्र झा,रामकुमार शर्मा,महेन्द्र पासवान कहाँ हैं?कुछ तो शरम करो यारो!
ए भारुराम!तिम्रा पियचडी गरेका सर्टिफिकेट जेयनयुमै बुझाएर अाउ बा!तिम्रा पढाइ त भाँडमा गए जस्ताे छ, कहिले गुरुङ्ग, कहिले मगर, कहिले राई मधेशी भनेर साँप्रादायिक्ताकाे अागाे झाेंसेर देशै बर्बाद गर्नै लायाै!देश र जनतालाई साँप्रादायीक्ता हाेईन गास,बास कपासकाे खाँचाे छ!
डाक्टर साहाब बात तो सहि है नाम रखने से क्या मुसहरका आर्थिक स्तिथी अछा होगा! नाम को छोडिय आम गरिब जनताके बारेमे सोचिय जनाब!
वैसे तो "खस" पहचान भी स्वीकार किया गया है, अब हमें "खस प्रदेश" दिखा दो भैय्या। यस्तै बेतुकी कुरा गर्छौ र त तिम्रो पूर्व प्रमको हैसियत अब वडाध्यक्षको जति पनि रहेन। कुछ तो शर्म करो।
डाक्टर साहब जिन्हें शर्म होती है वह राजनीति नहीं कुछ और करते हैं। थेतर , मक्कार, झुठ, और बेशर्मी यह चार गुण ना हो तो क्या और कैसा नेता। अगर क्रिमिनल रेकर्ड हो तो और क्या चाहिए ? "Icing on the cake"
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